पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के दौरान ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले विमान चालक कैप्टन विवेक परिमल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। राज्य सरकार ने इसे कर्तव्य के प्रति गंभीर लापरवाही और अनुशासनहीनता का मामला मानते हुए कठोर कदम उठाया है। कैप्टन परिमल, जो विमान चालक सह उत्तरदायी प्रबंधक (वायुयान संगठन) के पद पर तैनात थे, लगातार सेवा से अनुपस्थित रहे।
लापरवाही के गंभीर आरोप
कैप्टन विवेक परिमल पर यह आरोप है कि उन्होंने मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान आवश्यक जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं किया। इनमें हेलिपैड की अनापत्ति, को-ऑर्डिनेशन, फोटो और वीडियो जैसे महत्वपूर्ण कार्य शामिल थे, जिन्हें हेलिकॉप्टर संचालक को उपलब्ध कराना था। यह लापरवाही सीएम की यात्रा के दौरान सुरक्षा और प्रबंधन के लिए गंभीर चुनौती बन गई।
मंत्रिमंडल सचिवालय ने कैप्टन परिमल के निलंबन का संकल्प जारी करते हुए उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय उनकी लगातार गैरहाजिरी और कर्तव्यों के प्रति लापरवाह रवैये को देखते हुए लिया गया है। कैप्टन परिमल 3 जनवरी 2025 से अपनी ड्यूटी से अनुपस्थित चल रहे थे।
सीएम नीतीश की प्रगति यात्रा: तीसरा चरण और जनता की उम्मीदें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों अपनी प्रगति यात्रा के तीसरे चरण पर हैं। इस यात्रा का उद्देश्य बिहार के ग्रामीण और शहरी इलाकों में विकास कार्यों का जायजा लेना और जनता से सीधा संवाद करना है। मंगलवार को सीएम किशनगंज जिले के ठाकुरगंज के पटेसरी पंचायत के कटहलडांगी गांव पहुंचे। इस दौरान जिले को 514.26 करोड़ की विकास योजनाओं की सौगात दी गई।
हालांकि, खराब मौसम के कारण सीएम के कार्यक्रम में तीन घंटे से अधिक की देरी हुई। उनका हेलीकॉप्टर लगभग 2 बजे ठाकुरगंज पहुंचा, जिससे पहले से इंतजार कर रहे लोग थोड़े मायूस हो गए थे। लेकिन जैसे ही हेलीकॉप्टर कटहलडांगी गांव के आसमान में दिखा, लोग खुशी से झूम उठे। सीएम के आगमन को लेकर सुरक्षा एजेंसियों और ब्लैक कमांडो के साथ पूरा जिला प्रशासन गांव में मौजूद था।
यात्रा में देरी और जनता की प्रतिक्रिया
सीएम नीतीश कुमार के आगमन में देरी की वजह से लोगों में निराशा देखने को मिली, लेकिन जैसे ही वे पहुंचे, उनकी उपस्थिति ने माहौल को उत्साहित कर दिया। यात्रा के दौरान, सीएम ने लोगों से संवाद किया और उनकी समस्याओं को सुनने का प्रयास किया। जनता ने सीएम का गर्मजोशी से स्वागत किया और उनकी योजनाओं की सराहना की।
सरकार का सख्त रुख
कैप्टन परिमल की लापरवाही को सरकार ने गंभीरता से लिया है। अधिकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा, जिसमें हजारों लोगों की भागीदारी होती है, के दौरान ऐसी लापरवाही अस्वीकार्य है। राज्य सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे वह किसी भी पद पर क्यों न हो।
मंत्रिमंडल सचिवालय के अनुसार, यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि सीएम की यात्रा के दौरान सुरक्षा और प्रबंधन में कोई चूक न हो। इस मामले में अन्य जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जाएगी।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा न केवल राज्य के विकास कार्यों का जायजा लेने का एक मंच है, बल्कि प्रशासनिक कार्यशैली और जनता के प्रति जवाबदेही को भी सुनिश्चित करने का अवसर है। इस यात्रा में किसी भी स्तर पर लापरवाही को सरकार गंभीरता से ले रही है। कैप्टन परिमल के निलंबन का फैसला एक स्पष्ट संदेश है कि मुख्यमंत्री की यात्रा में सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था के प्रति कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। जनता ने मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना की है, लेकिन यह घटना प्रशासन को सतर्क रहने का संकेत देती है।
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