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चंद्रा टाइम्स

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Motihari news : महाकुंभ से लौटते वक्त बिहार के एक ही परिवार के चार लोगों की सड़क हादसे में मौत




उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले से स्नान के बाद घर लौट रहे बिहार के एक ही परिवार के चार लोगों की दर्दनाक सड़क हादसे में मौत हो गई। यह हृदयविदारक घटना आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर हुई, जब उनकी कार अनियंत्रित होकर एक तेज़ रफ्तार ट्रक से टकरा गई। हादसे में मौके पर ही चारों की मौत हो गई, जिनमें पति, पत्नी और उनके दो मासूम बच्चे शामिल थे।

क्या है घटना का विवरण?

मृतक परिवार बिहार के मोतिहारी जिले का रहने वाला था। परिवार प्रयागराज में महाकुंभ मेले में गंगा स्नान के लिए गया था। स्नान करने के बाद वे अपनी कार से दिल्ली के उत्तम नगर स्थित अपने घर लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि कार की रफ्तार काफी तेज थी। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर फतेहपुर सीकरी के पास कार अनियंत्रित हो गई और पहले डिवाइडर से टकराई, फिर दूसरी ओर से आ रहे एक ट्रक से जा भिड़ी। हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और चारों की मौके पर ही मौत हो गई।

मृतकों की पहचान

हादसे में जान गंवाने वाले चारों लोग एक ही परिवार के थे। मृतकों में ओमप्रकाश (35), उनकी पत्नी कुसुम (32) और दो मासूम बच्चे- साक्षी (6) और आयुष (3) शामिल हैं। ओमप्रकाश पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट थे और दिल्ली के उत्तम नगर में अपने परिवार के साथ रहते थे। वे तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा मोतिहारी में हुई थी।

परिवार और स्थानीय लोगों का शोक

ओमप्रकाश के परिवार के इस दुखद निधन की खबर सुनते ही मोतिहारी और दिल्ली में उनके जानने वालों के बीच शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ओमप्रकाश अपने बच्चों और पत्नी के साथ गंगा स्नान के बाद घर लौट रहे थे, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि यह यात्रा उनकी आखिरी साबित होगी।

प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या कहा?

घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, ट्रक और कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि टक्कर के बाद कार पूरी तरह चकनाचूर हो गई। आसपास के लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को बाहर निकाला।

पुलिस का बयान और कार्रवाई

उत्तर प्रदेश पुलिस ने बताया कि यह हादसा अत्यधिक रफ्तार और लापरवाही के कारण हुआ। "हमने सभी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। ट्रक चालक घटनास्थल से फरार हो गया है, लेकिन उसकी पहचान कर ली गई है। जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा," पुलिस अधिकारी ने कहा।

सड़क सुरक्षा पर फिर उठे सवाल

इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर तेज रफ्तार और सड़क सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। आए दिन होने वाले ऐसे हादसे यह सोचने पर मजबूर करते हैं कि क्या सड़क पर तेज रफ्तार वाहनों की निगरानी और यातायात नियमों के पालन को और सख्ती से लागू करने की जरूरत है।

समाज और प्रशासन का दुख

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने मृतकों के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की और प्रशासन को हादसे की जांच कर उचित कदम उठाने के निर्देश दिए।

निष्कर्ष

यह हादसा न केवल मृतक परिवार के लिए एक त्रासदी है, बल्कि यह समाज के लिए एक चेतावनी भी है। तेज रफ्तार और यातायात नियमों की अनदेखी से हर साल सैकड़ों परिवार उजड़ जाते हैं। ऐसे हादसों से बचने के लिए जरूरी है कि ड्राइवर सतर्क रहें और यातायात नियमों का पालन करें। मृतक परिवार के प्रति हर किसी की संवेदनाएं हैं, लेकिन उनके अपनों को कोई लौटा नहीं सकता। यह घटना हमेशा याद दिलाएगी कि जीवन की सुरक्षा सबसे पहले है।

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