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चंद्रा टाइम्स

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Patna news : लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पटना पहुंचे; 20-21 जनवरी को बिहार विधानसभा में आयोजित होने वाले पीठासीन पदाधिकारियों के सम्मेलन की तैयारियां पूरी




पटना: बिहार की राजधानी पटना में 19 से 21 जनवरी तक आयोजित होने वाले अखिल भारतीय पीठासीन पदाधिकारियों के 85वें सम्मेलन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में देश भर के विभिन्न विधान मंडलों के पीठासीन पदाधिकारी और सचिव भाग लेंगे। सम्मेलन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पटना पहुंचे हैं।  

लोकसभा अध्यक्ष का पटना आगमन

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला शनिवार शाम को नई दिल्ली से पटना पहुंचे। उनका स्वागत बिहार विधान सभा के अध्यक्ष नंद किशोर यादव और बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने पटना एयरपोर्ट पर किया। ओम बिरला का आगमन बिहार विधान सभा में आयोजित होने वाले इस ऐतिहासिक सम्मेलन के संदर्भ में बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इस सम्मेलन में देशभर के पीठासीन पदाधिकारी और सचिव एकत्रित होंगे।  

सम्मेलन की उद्देश्य और महत्ता

पीठासीन पदाधिकारियों का यह सम्मेलन भारतीय संसदीय प्रणाली की मजबूती और कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने के लिए आयोजित किया जाता है। इस सम्मेलन में विभिन्न विधानसभाओं के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, और सचिव मिलकर सदन के संचालन से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे। यह सम्मेलन संसद और राज्य विधानसभाओं के संचालन में सर्वोत्तम प्रथाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित होता है।  

सम्मेलन में होने वाली चर्चाएं

सम्मेलन के दौरान सदन के संचालन, विधायिका की कार्यप्रणाली, सदस्याओं के अधिकार और कर्तव्यों, और सदन में लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार विमर्श किया जाएगा। इसके अलावा, विधायिका में सुधार, कानून व्यवस्था, और पारदर्शिता को लेकर भी चर्चा की जाएगी। यह सम्मेलन पूरे देश के पीठासीन पदाधिकारियों के लिए एक मंच प्रदान करेगा, जहां वे अपने अनुभवों को साझा करेंगे और एक दूसरे से सीखने का अवसर मिलेगा।  

सम्मेलन के लिए की गई तैयारियां
 
बिहार विधान सभा परिसर में इस सम्मेलन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। खासकर सुरक्षा और बैठने की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया है। आयोजन स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है, और सभागार में सभी तकनीकी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। इसके साथ ही, सम्मेलन के दौरान सुविधाजनक यात्रा और ठहरने के लिए व्यवस्थाओं को भी ध्यान में रखा गया है।  

देशभर से पीठासीन पदाधिकारियों का आगमन

सम्मेलन में देशभर के विभिन्न राज्यों के पीठासीन पदाधिकारी और सचिव भाग लेने के लिए पटना पहुंच चुके हैं। सम्मेलन की शुरुआत से पहले ही कई राज्यों के नेताओं और अधिकारियों ने अपने योगदान को साझा करने के लिए सम्मेलन में भाग लिया। यह सम्मेलन भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और संसदीय प्रणाली में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।  

आगामी कार्यक्रम और उद्घाटन

इस सम्मेलन का उद्घाटन 20 जनवरी को किया जाएगा, और 21 जनवरी तक यह सम्मेलन विभिन्न सत्रों के माध्यम से देशभर के पीठासीन पदाधिकारियों के अनुभवों और विचारों का आदान-प्रदान करेगा। इस दौरान, अध्यक्ष ओम बिरला और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी कई सत्रों की अध्यक्षता करेंगे और महत्वपूर्ण चर्चाओं का संचालन करेंगे।  

सम्मेलन का राजनीतिक और लोकतांत्रिक दृष्टिकोण

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के नेतृत्व में इस सम्मेलन को आयोजित करने का उद्देश्य भारतीय लोकतंत्र को और अधिक मजबूत बनाना है। ओम बिरला ने इस संबंध में कहा कि यह सम्मेलन संविधान के प्रावधानों को समझने और लागू करने का एक मंच है, जो सदन के संचालन को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाता है।  

निष्कर्ष

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का पटना आगमन और अखिल भारतीय पीठासीन पदाधिकारी सम्मेलन का आयोजन भारतीय संसदीय व्यवस्था में सुधार और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बिहार विधान सभा के परिसर में आयोजित होने वाला यह सम्मेलन भारतीय लोकतंत्र को सशक्त बनाने में सहायक सिद्ध होगा। इसके माध्यम से न केवल संसद और विधानसभाओं के कार्य संचालन में सुधार होगा, बल्कि लोकतंत्र की नींव को भी मजबूत किया जाएगा।

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