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चंद्रा टाइम्स

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Patna news : पटना-गया रूट पर 45 दिनों का मेगा ब्लॉक, यात्रियों की मुश्किलें बढ़ीं


पटना, 21 जनवरी: पटना-गया रेलखंड पर 21 जनवरी से शुरू होकर 6 मार्च तक चलने वाले मेगा ब्लॉक ने करीब 10 हजार यात्रियों के लिए सफर को कठिन बना दिया है। गया जंक्शन पर प्लेटफार्म के विस्तारीकरण के कारण रेलवे ने पटना-गया रेलखंड पर संचालित होने वाली कई ट्रेनों के परिचालन में बड़े बदलाव किए हैं। इन परिवर्तनों से यात्रा करने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।  

कई ट्रेनें रद्द और डायवर्ट

रेलवे द्वारा जारी आदेश के अनुसार, गया-जंक्शन के प्लेटफार्म विस्तार कार्य के लिए चल रहे मेगा ब्लॉक के कारण पटना-गया रेलखंड पर संचालित होने वाली चार पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इन ट्रेनों में 63242, 63244, 53213 और 53214 पैसेंजर ट्रेन शामिल हैं। इसके अलावा, पटना-गया मार्ग पर चलने वाली आठ मेमू सवारी गाड़ियां पटना से चाकन्द स्टेशन तक ही चलेंगी, जबकि ये ट्रेनें पहले गया तक जाती थीं।  

यात्रियों को अब गया जाने के लिए चाकन्द स्टेशन तक आना होगा, जहां से वे सड़क मार्ग से आगे बढ़ेंगे। पटना से गया जाने वाले यात्रियों को चाकन्द तक आकर अतिरिक्त किराया देना होगा, जिससे उनकी यात्रा में और भी परेशानी बढ़ेगी।  

कोच की कमी और बढ़ी हुई भीड
 
रेलवे द्वारा किए गए अन्य बदलावों के चलते, पटना-गया रेलखंड पर चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों और पैसेंजर ट्रेनों के कोच कम कर दिए गए हैं। इससे यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है और ट्रेनों में अत्यधिक भीड़ है। कई यात्री गेट पर और पावदान पर लटक कर सफर करने पर मजबूर हैं, जिससे उनके जीवन के लिए खतरे की स्थिति उत्पन्न हो गई है।  

यह स्थिति पहले भी देखने को मिली थी, जब मेगा ब्लॉक के कारण ट्रेन से गिरने और गाड़ी की चपेट में आने से कई यात्रियों की जान चली गई थी। इस समय भी, ट्रेन में भीड़ के कारण सुरक्षा जोखिम काफी बढ़ गया है। यात्रियों के लिए यह न केवल असुविधाजनक है, बल्कि उनके लिए जान का खतरा भी पैदा कर रहा है।  

रूट डायवर्ट और ट्रेनें रद्द होने से उत्पन्न समस्या

पटना-गया रेलखंड में चलने वाली कुछ एक्सप्रेस ट्रेनें, जैसे जनशताब्दी, हटिया पटना एक्सप्रेस, पलामू एक्सप्रेस और सिंगरौली एक्सप्रेस, अब नए डायवर्टेड रूट पर चलाई जा रही हैं। इसके कारण यात्रियों को ट्रेन पकड़ने में अधिक समय लग रहा है और उनकी यात्रा में परेशानी हो रही है। कई ट्रेनों के डिब्बे कम कर दिए गए हैं, जिससे यात्रा में ज्यादा दिक्कतें आ रही हैं। 

रेलवे प्रशासन से जुड़े अधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया जा रहा है, ताकि यात्रियों की समस्याओं का समाधान किया जा सके। इसके बावजूद, रेलवे प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है, जिससे यात्रियों में निराशा का माहौल है।  

यात्रियों की बढ़ती शिकायतें

पटना-गया रेलखंड पर हो रहे परिवर्तनों से परेशान यात्रियों ने रेलवे प्रशासन से अनुरोध किया है कि वे जल्दी से जल्दी इस समस्या का समाधान करें। दैनिक यात्री और सामान्य यात्री दोनों ही इस कठिन स्थिति से जूझ रहे हैं। यात्री चाहते हैं कि रेलवे इस मेगा ब्लॉक के दौरान यात्रियों को सहूलियत देने के लिए आवश्यक कदम उठाए और इस कठिन समय में ट्रेनों के संचालन को पहले जैसा सामान्य बनाए।  

अधिकारियों का बयान

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, मेगा ब्लॉक के दौरान किए गए बदलाव और रद्द की गई ट्रेनें 6 मार्च तक प्रभावी रहेंगी। हालांकि, अधिकारियों ने यह भी आश्वासन दिया है कि वे यात्रियों की समस्याओं को हल करने के लिए प्रयासरत हैं और रेलवे प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी इस विषय पर लगातार काम कर रहे हैं।  

निष्कर्ष

पटना-गया रेलखंड पर 45 दिनों तक चलने वाले मेगा ब्लॉक ने यात्रियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। रेलवे द्वारा की गई ट्रेन रद्दीकरण, रूट डायवर्जन और कोच की कमी के कारण यात्री असुविधा का सामना कर रहे हैं। रेलवे प्रशासन को जल्द ही इस समस्या का समाधान करना चाहिए, ताकि यात्रियों को राहत मिल सके और उनकी यात्रा में किसी प्रकार की दिक्कत न हो।

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