नई दिल्ली — आम धारणा है कि अच्छी सेहत के लिए भरपूर नींद जरूरी है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि जरूरत से ज्यादा सोना भी आपके शरीर के लिए नुकसानदेह हो सकता है? एक हालिया शोध के मुताबिक, रोजाना 9 घंटे से अधिक की नींद न केवल आपके ऊर्जा स्तर को प्रभावित कर सकती है, बल्कि यह कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को भी जन्म दे सकती है।
1️⃣ शरीर में बढ़ती है थकान और सुस्ती
लोग सोचते हैं कि ज्यादा सोने से शरीर को ज्यादा आराम मिलेगा, लेकिन सच्चाई इसके ठीक उलट है। विशेषज्ञों के अनुसार, अत्यधिक नींद लेने से शरीर में ऊर्जा का स्तर गिर जाता है, जिससे थकान, सुस्ती और मांसपेशियों में जकड़न महसूस होने लगती है।
2️⃣ बढ़ सकता है वजन
जो लोग रोजाना 9 घंटे से ज्यादा सोते हैं, उनका मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे शरीर कम कैलोरी जलाता है। इससे शरीर में चर्बी जमा होने लगती है और मोटापे का खतरा बढ़ जाता है।
3️⃣ मधुमेह का खतरा
शोध में यह भी पाया गया कि अधिक नींद लेने वालों में इंसुलिन की कार्यक्षमता प्रभावित होती है, जिससे रक्त में शुगर का स्तर असंतुलित हो सकता है। इसका सीधा असर मधुमेह के बढ़ते खतरे के रूप में सामने आता है।
4️⃣ हृदय रोग का बढ़ता जोखिम
रोजाना जरूरत से ज्यादा सोने से ब्लड प्रेशर और रक्त प्रवाह प्रभावित होता है, जो हृदय संबंधी बीमारियों के खतरे को बढ़ा देता है। अध्ययनों में यह भी सामने आया है कि 9 घंटे से ज्यादा सोने वालों में दिल की बीमारी होने की संभावना सामान्य से अधिक होती है।
5️⃣ मानसिक स्वास्थ्य पर असर
ज्यादा देर तक सोना आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। इससे डिप्रेशन, एंग्जायटी, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई और याददाश्त कमजोर होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
यदि आपको अक्सर दिनभर थकान, भारीपन या मानसिक थकावट महसूस होती है, तो यह अत्यधिक नींद का संकेत हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर से परामर्श लें।
स्वस्थ नींद, स्वस्थ जीवन की कुंजी है — लेकिन संतुलन सबसे ज़रूरी।
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