बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी “सात निश्चय योजना” के अंतर्गत चल रही स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के प्रचार-प्रसार एवं छात्र-छात्राओं को इस योजना के बारे में जागरूक करने हेतु 29 मई 2025 को राजकीय पॉलिटेक्निक, सहरसा में एक जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया।
इस सेमिनार का उद्देश्य छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने वाली इस योजना की प्रक्रिया, पात्रता, लाभ और व्यवहारिक पक्षों की विस्तृत जानकारी देना था, ताकि अधिक से अधिक विद्यार्थी इसका लाभ ले सकें और शिक्षा में किसी भी प्रकार की आर्थिक बाधा उनके भविष्य की राह में न आए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राजकीय पॉलिटेक्निक, सहरसा के प्राचार्य प्रो. मिथुन कुमार ने की। उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में योजना की आवश्यकता और इसके दूरगामी प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह योजना प्रदेश के युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है। उन्होंने छात्रों से इस योजना का अधिकतम लाभ उठाने का आह्वान करते हुए कहा, “अब आर्थिक कारणों से कोई भी छात्र अपनी पढ़ाई अधूरी न छोड़े – यह सुनिश्चित करना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।”
सेमिनार में जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र (DRCC), सहरसा की विशेषज्ञ टीम ने भाग लिया। इसमें डॉ. सच्चिदानंद चौधरी (सहायक प्रबंधक, बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम), डॉ. राजीव रंजन (प्रबंधक, DRCC) एवं श्याम कुमार (सदस्य, DRCC) उपस्थित रहे। तीनों अधिकारियों ने छात्रों को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के विभिन्न पहलुओं जैसे पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज, ऋण राशि की अधिकतम सीमा (₹4 लाख तक), चुकाने की अवधि, ब्याज दर, और आवेदन पोर्टल की जानकारी विस्तारपूर्वक दी।
इस योजना के अंतर्गत छात्रों को चार लाख रुपए तक का ऋण उपलब्ध कराया जाता है, जिससे वे अपनी उच्च शिक्षा की फीस, किताबें, लैपटॉप और अन्य आवश्यक खर्चों को पूरा कर सकते हैं। यह ऋण बहुत ही न्यूनतम ब्याज दर पर दिया जाता है, और चुकौती की प्रक्रिया छात्र के नौकरी में आने के बाद शुरू होती है, जिससे आर्थिक दबाव न्यूनतम रहता है।
प्रो. श्वेता शरण भारतीय ने योजना के क्रियान्वयन में संस्थान की भूमिका पर बल देते हुए कहा कि छात्रों को केवल योजना के प्रति जागरूक रहना है, बाकी सारी प्रक्रिया में संस्थान उनकी मदद के लिए तत्पर रहेगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रत्येक छात्र को मार्गदर्शन एवं तकनीकी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
प्रो. विक्रम कुमार ने योजना की सामाजिक और शैक्षणिक उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह योजना न केवल छात्रों की शिक्षा में निरंतरता बनाए रखने में सहायक है, बल्कि यह बिहार के शिक्षा स्तर को ऊपर उठाने और बेरोजगारी दर को कम करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
सेमिनार का सबसे महत्वपूर्ण और रोचक भाग रहा प्रश्नोत्तर सत्र, जिसमें छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और योजना से संबंधित कई महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे। विशेषज्ञों ने प्रत्येक सवाल का बारीकी से उत्तर दिया और छात्रों की शंकाओं को पूरी तरह दूर करने का प्रयास किया। इससे छात्रों में योजना को लेकर विश्वास और जागरूकता दोनों में वृद्धि हुई।
कार्यक्रम में संस्थान के सभी व्याख्याता, तकनीकी स्टाफ और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। सभी ने आयोजन की सराहना की और इसे अत्यंत उपयोगी बताया।
इस जागरूकता सेमिनार के माध्यम से न केवल छात्र योजना से प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित हुए, बल्कि पूरे संस्थान में शिक्षा के प्रति एक नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हुआ। राजकीय पॉलिटेक्निक, सहरसा ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह न केवल तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी है, बल्कि सामाजिक सरोकारों और छात्रों के सर्वांगीण विकास के प्रति भी पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
यह आयोजन एक सफल और प्रेरणादायी प्रयास रहा, जो भविष्य में कई छात्रों के जीवन को नई दिशा देने वाला साबित होगा
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