कोसी नदी एक बार फिर उफान पर है। सोमवार शाम को कोसी नदी का जलस्राव 58,770 क्यूसेक दर्ज किया गया, जिससे स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कोसी बराज के 56 में से 14 फाटकों को खोलना पड़ा।
हालांकि बिहार में मानसून के 13 से 15 जून के बीच दस्तक देने की संभावना जताई जा रही है, लेकिन कोसी नदी का जलस्तर मुख्य रूप से नेपाल में होने वाली वर्षा पर निर्भर करता है। नेपाल के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से कोसी नदी में जलप्रवाह तेजी से बढ़ा है।
बाढ़ नियंत्रण विभाग की टीम स्थिति पर नजर बनाए हुए है। अधिकारियों के अनुसार, फिलहाल खतरे की स्थिति नहीं है, लेकिन यदि नेपाल में बारिश का सिलसिला जारी रहा, तो कोसी के जलस्तर में और बढ़ोतरी हो सकती है।
स्थानीय प्रशासन ने तटवर्ती इलाकों के लोगों को सतर्क रहने की अपील की है। वहीं, आपदा प्रबंधन दलों को भी अलर्ट पर रखा गया है। कोसी का यह मिजाज लोगों को एक बार फिर 2008 की विभीषिका की याद दिला रहा है, जब इसकी विकराल धारा ने तबाही मचा दी थी।
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