सहरसा: जिले के बैजनाथपुर थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक आटा चक्की दुकानदार की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक की पहचान लक्ष्मीनिया वार्ड नंबर 11 निवासी 36 वर्षीय संतोष कुमार के रूप में हुई है, जो स्वर्गीय देवनारायण यादव के बड़े पुत्र थे।
बताया गया कि संतोष रोजाना की तरह अपनी आटा चक्की की दुकान पर गए थे और आमतौर पर शाम 7 से 8 बजे तक घर लौट आते थे। लेकिन रविवार की रात जब वे 9 बजे तक भी घर नहीं पहुंचे और उनके फोन पर संपर्क नहीं हो सका, तो परिजन चिंतित होकर दुकान पहुंचे। वहां संतोष कुमार बेहोशी की हालत में मिले।
परिजनों ने तत्काल उन्हें इलाज के लिए लॉर्ड बुद्धा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने इलाज के दौरान ही उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद से इलाके में शोक की लहर है। मृतक के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं, जिनकी उम्र क्रमशः 10 और 8 साल है। संतोष अपनी आटा चक्की से ही पूरे परिवार की आजीविका चलाते थे।
जांच की उठी मांग
परिजनों ने संतोष की मौत को संदिग्ध मानते हुए प्रशासन से जांच की मांग की है। उनका कहना है कि संतोष बिल्कुल स्वस्थ थे, ऐसे में अचानक बेहोश होकर उनकी मौत होना कई सवाल खड़े करता है।
बैजनाथपुर थाना अध्यक्ष चंद्रजीत प्रभाकर ने जानकारी दी कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि मौत का असली कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। फिलहाल पुलिस हर पहलु से मामले की जांच में जुटी है।
शोक में डूबा गांव
संतोष कुमार की मौत से लक्ष्मीनिया गांव में मातम पसरा है। उन्हें एक मेहनती और मिलनसार व्यक्ति के रूप में जाना जाता था। उनकी असमय मृत्यु ने न सिर्फ उनके परिवार को, बल्कि पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया है। लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि मामले की निष्पक्ष जांच कर जल्द सच्चाई सामने लाई जाए।
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