सहरसा, बिहार — जिले के सदर थाना क्षेत्र के फकीर टोला में नशे के खिलाफ बोली गई एक आवाज पर चाकू से जवाब मिला। एक 19 वर्षीय युवक ने गांजा पीने से रोकने पर अपने दो चाचाओं और एक चाची पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर दिया, जिससे तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
इस सनसनीखेज घटना में एक व्यक्ति की गर्दन की नस कट गई, वहीं महिला की जांघ में चाकू घोंप दिया गया। यह हमला न सिर्फ पारिवारिक रिश्तों की मर्यादा को लांघ गया, बल्कि समाज में नशे के बढ़ते आतंक का भी आइना बनकर सामने आया है।
🔪 कैसे शुरू हुआ खूनी हमला?
मंगलवार की रात को मोहम्मद सईद (30) ने अपने भतीजे लक्की (19) को गांजा पीते हुए देखा और उसे फटकार लगाई। इस बात से बौखलाए लक्की ने वहीं पर चाकू निकालकर सईद के बाएं हाथ पर वार कर दिया।
यह मामला यहीं नहीं रुका।
अगली सुबह करीब 9 बजे, जब रवीना खातून (27) ने लक्की के परिवार से इस बात को लेकर बातचीत शुरू की, तो विवाद फिर से भड़क उठा। गुस्से से तमतमाए लक्की ने इस बार रवीना की बाईं जांघ में चाकू घोंप दिया।
बीच-बचाव करने आए मोहम्मद रफीक (35) को भी नहीं बख्शा गया — उसकी गर्दन पर चाकू से गहरा वार किया गया, जिससे गर्दन की नस कट गई और वह खून से लथपथ वहीं गिर पड़ा।
🏥 अस्पताल में अफरा-तफरी
घायलों को आनन-फानन में सहरसा सदर अस्पताल लाया गया।
डॉ. राजेश कुमार के अनुसार:
"मोहम्मद रफीक की हालत गंभीर थी, गर्दन की नस कट जाने से काफी खून बह गया था। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। अन्य दो घायल – सईद और रवीना का इलाज यहीं चल रहा है।"
🚨 पुलिस की प्रतिक्रिया
सदर थाना अध्यक्ष सुबोध कुमार ने पुष्टि की कि उन्हें घटना की सूचना मिल गई है। उन्होंने कहा:
"जांच की जा रही है। लिखित शिकायत मिलते ही कार्रवाई की जाएगी।"
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