सहरसा जिले के बड़गांव निवासी प्रभात रंजन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि छोटे शहरों से भी बड़ी बातें की जा सकती हैं। रामाडा प्लाजा, वाराणसी में कैंसर रिसर्च एंड स्टैटिस्टिक्स फाउंडेशन द्वारा आयोजित "आठवां मास्टर क्लास इन लंग कैंसर" कार्यक्रम में उन्होंने डॉक्टरों की सामाजिक जिम्मेदारियों पर जोर देते हुए एक प्रभावशाली व्याख्यान प्रस्तुत किया।
इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में देशभर के कैंसर विशेषज्ञ डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों की उपस्थिति में प्रभात रंजन ने कैंसर मरीजों की आवाज बनकर उन्हें सामाजिक सरोकार से जोड़ने का कार्य किया। उन्होंने खासतौर पर रिमोट इलाकों में कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत पर बल देते हुए यह सवाल उठाया कि कैसे ऐसे क्षेत्रों में डॉक्टरों को भी इस दिशा में सक्रिय किया जा सकता है।
कार्यक्रम में मौजूद डॉक्टरों और छात्रों ने प्रभात रंजन की बातों को गंभीरता से सुना और खूब सराहा। रंजन ने कहा कि इस तरह के मंच से डॉक्टर्स और सामाजिक कार्यकर्ताओं के बीच बेहतर समन्वय बनता है, जिससे कैंसर पीड़ितों और उनके परिवारों को सामाजिक और भावनात्मक सहयोग मिलता है।
उन्होंने "लंग कनेक्ट इंडिया फाउंडेशन" के कार्यों की सराहना करते हुए बताया कि यह संस्था टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल के साथ मिलकर न सिर्फ बेहतर इलाज की सुविधा प्रदान कर रही है, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों के लिए सहायता उपलब्ध कराने में भी अग्रणी भूमिका निभा रही है।
प्रभात रंजन ने आयोजकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि सहरसा जैसे छोटे जिले से आकर उन्हें इस अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी बात रखने का अवसर मिला, यह बेहद गर्व की बात है।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शामिल विशेषज्ञों में डॉ. विनीता न्यूरॉन्हा (मुंबई), डॉ. कुमार प्रभास (टीएमएच मुंबई), डॉ. नवनीत सिंह (चंडीगढ़), डॉ. रुषभ कोठारी (अहमदाबाद), डॉ. मनोज महाजन (उदयपुर), डॉ. अनुराधा चौगुले (मुंबई), डॉ. मिनिट शाह (मुंबई), डॉ. अक्षय करपे (मुंबई), डॉ. देवेंद्र यादव (वाराणसी), डॉ. विजय पाटिल (मुंबई), डॉ. प्रिया एसपुनियानी (मुंबई), डॉ. अखिल कपूर (वाराणसी), डॉ. अमित (मेदांता पटना), डॉ. नंदिनी मेनन (मुंबई), डॉ. बाल कृष्णा मिश्रा (वाराणसी), डॉ. शशिकांत पटने (वाराणसी), डॉ. अनूप तोषनीवाल (औरंगाबाद), डॉ. सुजीत कुमार एम (चेन्नई) जैसे नाम शामिल रहे।
इस आयोजन ने न सिर्फ मेडिकल शिक्षा और रिसर्च को बढ़ावा दिया, बल्कि सामाजिक संवेदनाओं से जुड़े मुद्दों को भी प्रमुखता से सामने लाने का काम किया।
0 Comments