सहरसा : अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (एडवा) सहरसा का 8वां जिला सम्मेलन नगर स्थित सीपीएम जिला पार्टी कार्यालय में महिला नेत्री अमीना खातुन की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। सम्मेलन की शुरुआत एडवा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामपरी द्वारा झंडोत्तोलन से हुई। इसके बाद महिला नेत्री सुकनी देवी, सोनी खातुन एवं आरती देवी की अध्यक्षता में सम्मेलन का उद्घाटन किया गया।
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए एडवा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामपरी ने कहा कि वर्तमान समय में देशभर में महिलाएं सबसे अधिक ज़ुल्म, शोषण और उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के आने के बाद महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की घटनाओं में लगातार वृद्धि हुई है। बिहार में महिला सम्मान के नाम पर महिलाओं के साथ धोखा हो रहा है। माइक्रो फाइनेंस कंपनियों और समूह लोन के कारण महिलाएं आर्थिक संकट में फंस रही हैं, जिससे कई महिलाएं आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर हो रही हैं। रोजगार के नाम पर सिर्फ वोट बैंक बनाने का काम किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि भीषण ठंड के बावजूद गरीब, भूमिहीन, दलित और महादलित महिलाओं के घरों पर बिना वैकल्पिक व्यवस्था के बुलडोजर चलाया जा रहा है। एडवा इन नीतियों के खिलाफ केंद्र और राज्य सरकार के विरुद्ध बड़े संघर्ष की तैयारी करेगी।
सम्मेलन में एडवा सहरसा जिला सचिव अनिता देवी ने पिछले तीन वर्षों की राजनीतिक एवं संगठनात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिस पर 23 महिला प्रतिनिधियों ने बहस में हिस्सा लिया। बहस के बाद रिपोर्ट को सर्वसम्मति से पारित किया गया।
सम्मेलन का अभिनंदन सीपीएम जिला सचिव रणधीर यादव, नौजवान सभा जिला सचिव कुलानन्द कुमार, किसान नेता गणेश प्रसाद सुमन, निर्माण मजदूर नेता नसीमुद्दीन सहित अन्य नेताओं ने किया। सम्मेलन में जिले के आठ प्रखंडों एवं नगर निगम क्षेत्र से कुल 109 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
सम्मेलन में 21 सदस्यीय नई एडवा जिला कमिटी का गठन किया गया। सर्वसम्मति से अनिता देवी को जिला सचिव, सुकनी देवी को जिला अध्यक्ष, चन्द्रकला देवी, आरती देवी एवं जरली देवी को जिला उपाध्यक्ष चुना गया। वहीं प्रिया कुमारी, सोनी खातुन और राधा देवी को सहायक सचिव तथा माला देवी को कोषाध्यक्ष बनाया गया। सम्मेलन का समापन भाषण एडवा नेत्री नितु कुमारी ने किया।

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