सहरसा : जिला समाहरणालय परिसर स्थित सभागार में 22 दिसंबर को स्वास्थ्य विभाग से संबंधित मासिक समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी सहरसा ने की, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की विस्तृत समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी द्वारा संबंधित पदाधिकारियों को कई आवश्यक और सुधारात्मक दिशा-निर्देश दिए गए।
भाव्या पोर्टल की समीक्षा के क्रम में यह पाया गया कि राज्य स्तर की रैंकिंग में सहरसा जिले की स्थिति संतोषजनक नहीं है। वर्तमान में जिला 16वें स्थान पर है। सदर अस्पताल सहरसा में मरीजों के ऑनलाइन कंसल्टेशन को भी असंतोषजनक बताया गया। इस पर कम प्रदर्शन करने वाले स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी एवं संबंधित चिकित्सकों से स्पष्टीकरण प्राप्त करने का निर्देश दिया गया। साथ ही भाव्या कार्यक्रम के अन्य इंडिकेटर्स में भी सुधार लाने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में साफ-सफाई, मरीजों के लिए शुद्ध पेयजल हेतु आरओ की व्यवस्था, दवाओं की उपलब्धता और मरीजों की सुविधा को सर्वोपरि रखते हुए सेवा भावना से कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की अद्यतन स्थिति की जानकारी कार्यक्रम पदाधिकारियों से ली और आवश्यक सुधार करने को कहा।
ओपीडी में कम उपस्थिति वाले संस्थानों में सुधार लाने, चिकित्सकों को समय पर ड्यूटी सुनिश्चित करने, संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने, गुणवत्तापूर्ण एएनसी सेवाएं प्रदान करने तथा भाव्या पोर्टल की नियमित समीक्षा कर सुधार करने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि ओपीडी में आने वाले मरीजों का पंजीकरण के तुरंत बाद चिकित्सकीय परीक्षण हो और दवाएं समय पर उपलब्ध कराई जाएं, ताकि मरीजों के एवरेज वेटिंग टाइम और एवरेज जर्नी टाइम में सुधार हो सके।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए सतत प्रयास करने का निर्देश देते हुए कहा कि डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिकल स्टाफ, आशा एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की सामूहिक जिम्मेदारी है कि सेवाओं में निरंतर सुधार हो। टीकाकरण, मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, वेक्टर जनित रोग, गैर-संचारी रोग, संस्थागत प्रसव, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का संचालन, आरसीएच पोर्टल पर गर्भवती महिलाओं के डाटा संधारण एवं रिपोर्टिंग कार्यों में भी सुधार के निर्देश दिए गए।
सभी हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों पर जन आरोग्य समिति के गठन एवं मासिक बैठक सुनिश्चित करने, सरकार द्वारा निर्धारित सभी वेलनेस गतिविधियों को शत-प्रतिशत लागू करने तथा निर्धारित दवा सूची के अनुसार दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। इसके साथ ही सभी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध जांच सुविधाओं की सूची प्रदर्शित करने को कहा गया, ताकि आम नागरिकों को जानकारी मिल सके।
टेलीमेडिसिन की उपलब्धि को असंतोषजनक बताते हुए इसमें सुधार और विस्तार के निर्देश दिए गए। आयुष्मान भारत कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान सभी स्वास्थ्य संस्थानों को अधिक से अधिक टीएमएस कार्य करने के निर्देश भी दिए गए।
बैठक में सिविल सर्जन, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला लेखा प्रबंधक, योजना समन्वयक, डीसीएम, अनुश्रवण पदाधिकारी, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक, सामुदायिक उत्प्रेरक सहित प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।
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