सहरसा, बिहार: सहरसा जिले के सपटियाही क्षेत्र में शनिवार की रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई जब पुलिस लाइन-बिहरा मुख्य मार्ग पर स्थित एक फर्नीचर की दुकान में भीषण आग लग गई। आग इतनी तेज़ थी कि दुकान में रखा लगभग सारा सामान जलकर राख हो गया। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण बिजली का शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।
यह दुकान सपटियाही के निवासी राजकिशोर यादव की थी, जिन्होंने इस साल जनवरी में मत्स्यगंधा के समीप यह फर्नीचर दुकान शुरू की थी। राजकिशोर यादव ने इस व्यवसाय के लिए अपनी जमीन तक बेच दी थी और लगभग 5 लाख रुपये का निवेश कर एक नई शुरुआत की थी। लेकिन शनिवार रात हुई इस दुर्घटना ने उनकी मेहनत और सपनों को चंद घंटों में राख कर दिया।
पड़ोसी की सतर्कता से मिली जानकारी
घटना के समय दुकान बंद थी और राजकिशोर यादव घर लौट चुके थे। इसी बीच पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति ने दुकान से धुआं उठता देखा और तत्काल राजकिशोर को फोन कर आग लगने की सूचना दी। जब तक वह मौके पर पहुंचे, तब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था और दुकान का अधिकांश हिस्सा चपेट में आ चुका था।
भारी नुकसान, जलकर राख हो गए लाखों के फर्नीचर
दुकान में रखे गए फर्नीचर का बड़ा हिस्सा जलकर राख हो गया। आग में जलने वाले सामान में 32 दीवान पलंग, 10 साधारण पलंग, 25 प्लाई शीट, 24 सिंगर सेट, 5 सोफा सेट और 30 कुर्सियां शामिल थीं। अनुमान के अनुसार, इस अग्निकांड में लगभग 30 लाख रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है।
दमकल विभाग की तत्परता से टली बड़ी दुर्घटना
आग लगने की सूचना मिलते ही सहरसा अनुमंडल अग्निशमन पदाधिकारी कन्हाई यादव के नेतृत्व में फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। दमकल कर्मियों ने करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। यदि दमकल समय पर नहीं पहुंचती तो आग आसपास की दुकानों और रिहायशी इलाकों तक फैल सकती थी।
व्यवसायी सदमे में, प्रशासन से मदद की अपील
इस घटना से राजकिशोर यादव पूरी तरह टूट चुके हैं। उन्होंने कहा, "सपने लेकर यह व्यवसाय शुरू किया था। सब कुछ खत्म हो गया। अब दोबारा कुछ शुरू करने की हिम्मत नहीं बची है।"
स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से मांग की है कि इस गरीब व्यवसायी को मुआवजा दिया जाए ताकि वह अपने व्यवसाय को दोबारा शुरू कर सके।
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