सहरसा, बिहार — जिले के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल क्षेत्र के वार्ड नंबर-28 स्थित हटिया गाछी मोहल्ला से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। रविवार रात सांप के काटने से 7 वर्षीय कृष्णा कुमार की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि समय पर इलाज और एंटीवेनम इंजेक्शन नहीं मिलने के कारण मासूम की जान नहीं बचाई जा सकी।
मृतक की पहचान संजय पोद्दार के पुत्र कृष्णा कुमार के रूप में हुई है। घटना की जानकारी मिलते ही मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई।
कृष्णा के पिता संजय पोद्दार ने बताया कि सांप के काटने के तुरंत बाद उन्होंने बेटे को लेकर सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचने में केवल 13 मिनट का समय लिया। लेकिन अस्पताल में सांप के जहर की दवा, यानी एंटीवेनम, उपलब्ध नहीं थी। डॉक्टरों ने बच्चे को तत्काल सहरसा सदर अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन वहां पहुंचने तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने कृष्णा को मृत घोषित कर दिया।
कृष्णा अपने तीन भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर था। उसके पिता ट्रेन में पेड़ा बेचकर परिवार का गुजर-बसर करते हैं। गरीब परिवार पर इस हादसे ने पहाड़-सा दुःख ला दिया है।
परिजनों का कहना है कि यदि स्थानीय अस्पताल में एंटीवेनम दवा होती और समय पर प्राथमिक उपचार मिलता, तो कृष्णा की जान बचाई जा सकती थी। घटना को लेकर स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
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